Monday, August 27, 2012

VIJETA


विजेता 

कुछ  अलग  हट  के  तेरा  अंदाज़  है 
"केजरी  "  तुझपे  वतन  को  नाज़  है 

तूने  लोगों  से  अलग  पहचां  बनाई 
हर  युवा  के  सीने  में  इक  लौ  जलाई 
तेरे  लब   पर  देश  की  आवाज़  है 

लोभ , लालच  से  ना  तेरा  वास्ता  है 
क्रांति  की  और  तेरा  रास्ता  है 
देश हित  में  तेरा  हर  इक  काज  है 

कितने  ही  षड्यंत्र  आये  सामने 
तुझको  भटकाने  के  मंसूबे  बने 
तू  वही  बनकर  रहा  जो  आज  है 

तू  है  इक  आदर्श , लोगों  का  प्रणेता 
हो  दमन  कितना  बनेगा  तू  विजेता 
राह   तेरी  देखता  ये  ताज  है 
"केजरी "  तुझपे  वतन  को  नाज़  है 

Sunil_Telang/27/08/2012


VIJETA

Kuchh alag hat ke tera andaaz hai
KEJRI tujhpe watan ko naaz hai

Tune logon se alag pahchaan banaai
Har yuva ke seene me ik lau jalaai
Tere lab  par desh ki aawaaz hai

Lobh, laalach se na tera waasta hai
KRANTI ki or tera raasta hai
Desh hit me tera har ik kaaj hai

Kitne hi shadyantr aaye saamne
Tujhko bhatkaane ke mansoobe bane
Tu wahi bankar raha jo aaj hai

Tu hai ik aadarsh, Logon ka praneta
Ho daman kitna Banega tu vijeta
Raah  teri dekhta ye TAAJ hai


Sunil_Telang/27/08/2012

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