समर्पण
आने वाला है इलेक्शन ध्यान कर
कुछ समर्पित लोगों की पहचान कर
पार्टी से मोह ममता छोड़ के
धर्म और जाति का रिश्ता तोड़ के
अपना नेता चुन, समझ और जान कर
वो जो तेरे हर कदम में साथ हो
जिसको तेरी हर समस्या ज्ञात हो
हो जिसे जनता के सुख दुःख की फिकर
काम जो ईमानदारी से करे
लूट, लालच और व्यसन से हो परे
अपना निर्णय खुद करे हो के निडर
कौन है ऐसा ,हुई तुझको फिकर
वो हम ही में है छुपा ,डालो नज़र
तू बदल खुद को,ये वैभव त्याग कर
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