कौन है तू
कौन है तू, क्या है तू
अब तक नहीं तू जान पाया
देश का आम आदमी
खुद को नहीं पहचान पाया
अपने ही घर में रहो बैठे दुबक के
कुछ न कहना आदमी हो तुम सड़क के
तुमने तो बस वोट का अधिकार पाया
कुछ शिकायत है अगर तो कोर्ट जाओ
मत हमारा नाम मिटटी में मिलाओ
पद ये हमने आपकी सहमति से पाया
चंद लोगों की गलत बातों में आके
रोज़ कुछ आरोप टीवी पर दिखा के
बेवजह का शोर सड़कों पर मचाया
टेंशन मत लो ज़रा आराम रक्खो
तुम तो अपने काम से बस काम रक्खो
तुम हो इक आम आदमी , कुछ याद आया
Sunil_Telang/15/10/2012
Khud ko nahin tu jaan paaya
Desh ka Aam Aadmi
Kuchh na kahne aadmi ho tum Sadak ke
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