Saturday, October 13, 2012

HAUSALA


हौसला

जो कमर कस के उतरे हैं मैदान में
वो सफल हों दुआ कीजिये
साथ चलने की तो सबको फुर्सत नहीं
हौसला ही  बढ़ा  दीजिये

ये खिलाफत नहीं न्याय का युद्ध है
आज निकले हैं वो हम सभी के लिये
इसको स्वार्थ का मत नाम देना कोई
ये लड़ाई है  आम आदमी के लिये

हो रहा है पतन, लुट रहा है वतन 
खैर अपनी मना लीजिये

आज बाजू में जलता है गर कोई घर
कल समझ लेना तुझ पर भी होगा असर 
मूक बन कर तमाशा न तुम देखना 
बोझ बन जाओगे अपनी औलाद पर 

आज मौका मिला है तो हो के निडर
 तल्ख़ अपनी ज़ुबां कीजिये 

हौसला ही बढ़ा दीजिये 

Sunil_Telang/13/10/2012

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