CHIRAAG
चिराग
कर लिये लाखों जतन, ना काम आये
कब तलक झूठी सफाई सच छुपाये
पाप का जब भी घड़ा भरने पे आये
घर का ही चिराग खुद का घर जलाये
फजीहत
हमे तो फजीहत की आदत पड़ी है
मगर आज कल कुछ मुसीबत बड़ी है
सड़क पे है जनता का डर, तो घरों में
लिये हथकड़ी. सी बी आई खड़ी है
Sunil_Telang
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