Sunday, May 19, 2013

CHAUTHA STAMBH





चौथा स्तम्भ 

रोज़  पढ़कर  सुर्खियाँ  अखबार  की 
लोग  करते  किरकिरी सरकार  की 

हादसे    हैं,   लूट     अत्याचार    है 
है  ज़रूरी इक  खबर व्यभिचार  की 

झूठ  का  व्यापार  है, सच्चाई  ग़ुम 
रीत  ये   कब  से   हुई   संसार   की 

ज़िक्र ना  उनका  कभी  होगा  यहाँ 
बात जो  अपनी  करें  अधिकार की 

कैसा   है   स्तम्भ  चौथा   मीडिया 
करता रहता  है  बहस   बेकार  की 

Sunil_Telang/20/05/2013





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