कुछ अलग
काम दुनिया से अलग कर के दिखाओ
रंग अम्बर में नया भर के दिखाओ
चल रहे हैं लोग सब सीधी डगर पर
लीक से हट कर कदम धर के दिखाओ
दूर कर दे तू निराशा के ये बादल
जोश जज्बातों में कुछ भर के दिखाओ
जो मिला है आज , कुछ कुर्बानियां हैं
उन शहीदों को नमन कर के दिखाओ
अपनी नादानी से कुछ सर चढ़ गये हैं
रास्ते उनको ज़रा घर के दिखाओ
वक़्त आया है कठिन, आराम तजकर
अब ज़रा इस देश पर मर के दिखाओ
Sunil_Telang/09/12/2012
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