Saturday, October 19, 2013

UMMEED



उम्मीद

रोज़  करता  हूँ  मैं  उम्मीद  तेरे  आने  की 
रोज़ पाता  हूँ सज़ा  तुमसे दिल लगाने की 
जान अटकी है  ये  हसरत कभी होगी पूरी 
तू भी सुन पाये  कभी आह इस दीवाने की 

Sunil _Telang /18/10/2013

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