जज्बा
तुझे नादां समझने वाले खुद नादान होंगे
फलक पे उड़ने वाले लोग कब इन्सान होंगे
कभी देखी न जिसने भूख लाचारी गरीबी
तेरे दुःख दर्द से तो लोग वो अनजान होंगे
वो दिन आयेगा काले धन के दम पर
हुकूमत करने वाले जेल के मेहमान होंगे
उठा हर नौजवां लेकर शहादत का ये जज्बा
वतन पे मिटने वाले ही वतन की शान होंगे
Sunil_Telang/12/10/2013
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