किस्मत
चलिये किसी से अपनी किस्मत बदल के देखें
लगते जो खुश हैं उनके घर पे भी चल के देखें
यूँ तो मिला बहुत कुछ पर फिर भी लगता कम है
इन हसरतों की ज़द से बाहर निकल के देखें
लड़ता है हर इक इन्सां अपनी अलग लड़ाई
क्यों रश्क करें, उसकी सूरत को जल के देखें
है महल, शानो -शौकत फिर भी वो गमज़दा हैं
अपनों से मिले उनके जख्मों को चल के देखें
आया है फिर सबेरा ये एक पल है तेरा
खुशियाँ मिलेंगी उनको सपने जो कल के देखें
Sunil_Telang/20/10/2013
लगते जो खुश हैं उनके घर पे भी चल के देखें
यूँ तो मिला बहुत कुछ पर फिर भी लगता कम है
इन हसरतों की ज़द से बाहर निकल के देखें
लड़ता है हर इक इन्सां अपनी अलग लड़ाई
क्यों रश्क करें, उसकी सूरत को जल के देखें
है महल, शानो -शौकत फिर भी वो गमज़दा हैं
अपनों से मिले उनके जख्मों को चल के देखें
आया है फिर सबेरा ये एक पल है तेरा
खुशियाँ मिलेंगी उनको सपने जो कल के देखें
Sunil_Telang/20/10/2013
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