नया संकल्प
इक नया संकल्प लें इस साल में
इक बुराई त्याग दें हर हाल में
देश कैसे बदल पायेगा कभी
हम घिरे हैं रूढ़ियों के जाल में
दूसरों को हर समय उपदेश देना
डाल देगा आपको जंजाल में
आप कहते और हैं, करते हैं कुछ
कुछ नज़र आता है काला दाल में
उन गुनाहगारों से तोड़ो वास्ता
जो छिपे हैं भेड़ियों की खाल में
दुःख हो या सुख हँस के अपनाते रहें
गीत गायें इक नया सुर ताल में
Sunil _Telang /02/01/2013
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