बावरा मन
सोचते हैं हम भी कर लें आज चिंतन
सोचते हैं हम भी कर लें आज चिंतन
हो सके शायद हमारा पाक दामन
पा लिया इतना मगर लगता वो कम है
जो नहीं है पास अपने उसका ग़म है
क्यों भटकता है हमेशा बावरा मन
रोज़ देते हैं नसीहत और उपाय
जब तलक खुद पे मुसीबत आ ना जाये
दर्द सुनते दूसरों का हो के बेमन
हर कमी का दोष सिस्टम पर लगाया
अपना कोई ऐब तो ना नज़र आया
एक दिन तो देख लेते हम भी दर्पन
Sunil _Telang /20/01/2013
दर्द सुनते दूसरों का हो के बेमन
हर कमी का दोष सिस्टम पर लगाया
अपना कोई ऐब तो ना नज़र आया
एक दिन तो देख लेते हम भी दर्पन
Sunil _Telang /20/01/2013
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