ये मोहब्बत
ये मोहब्बत है सज़ा, मालूम है
ज़िन्दगी होगी क़ज़ा , मालूम है
बच ना पाया कोई भी इस शौक से
होगा इसमें कुछ मज़ा, मालूम है
इक नज़र तुम देख लोगे मुस्कुराकर
महक जायेगी फ़ज़ा , मालूम है
मुश्किलों का दौर भी थम जायेगा
जब मुझे तेरी रजा , मालूम है
आओगे मेरी पनाहों में किसी दिन
पूरी होगी इल्तज़ा , मालूम है
Sunil_Telang/05/03/2013
Ye mohabbat hai sazaa, Maaloom hai
Zindagi hogi kazaa , Maaloom hai
Bach na paaya koi bhi is shauk se
Hoga isme kuchh mazaa, Maaloom hai
Ik nazar tum dekh loge muskurakar
Mahak jaayegi fizaa ,Maaloom hai
Mushkilon ka daur bhi tham jaayega
Jab mujhe teri razaa Maaloom hai
Aaoge meri panaahon me kisi din
Poori hogi iltezaa , Maaloom hai
Sunil_Telang
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