हर सुबह
हाथ में लो चाय की प्याली मगर तुम
साथ में ना आज का अखबार पढना
जायका और मूड क्यों अपना बिगाड़ें
रोज़ का है बस वही लड़ना झगड़ना
हर सुबह फीडिंग ले कर के नेगेटिव
काम कैसे पॉजिटिव कोई करेगा
अपने मन का फ्रस्ट्रे शन दूसरों पर
बेवजह औरों के सर पर तू धरेगा
नाम लेकर राम का शुरुआत करना
देखना हर दिन नये सूरज का चढ़ना
ले के फिर आशीष हर माता पिता की
मुस्कुराकर सीख ले रस्ते पे बढ़ना
Sunil_Telang/10/03/2013
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