Sunday, March 31, 2013

HAAFIZ



हाफ़िज़ 

उसकी  है  मासूम सूरत  पर  इरादे  हैं  बड़े 
देख कर अंदाज़ उसका लोग रह जाते खड़े 
चल पड़ा हो के निडर अब चाहे जो अंजाम हो
उसका है हाफ़िज़ खुदा नेकी की खातिर जो लड़े 

Uski hai maasoom surat Par iraade hain bade 
Dekh kar andaaz uska Log rah jaate khade 
Chal pada ho ke nidar Ab chaahe jo anjaam ho
Uska hai haafiz khuda Neki ki khaatir jo lade

Sunil _Telang 


Saturday, March 30, 2013

CHHOD DE HATH


छोड़ दे हठ 

सत्य के तो साथ खुद ईश्वर खड़ा है 
दूसरों का हित करम  सबसे बड़ा है

क्या कोई है मांग तेरी  गैर वाजिब 

क्यों ज़माना ये  तेरे पीछे पड़ा है

कर दिया तूने असर मुर्दा दिलों पर 
काम नामुमकिन भी तुझसे बन पड़ा है 

जान जोखिम में लिये फिरता है अक्सर 
तू ना माने अपनी ही जिद पे अड़ा  है 

छोड़ दे हठ ,जान तेरी कीमती है 

देख ले  आम आदमी अब  उठ खड़ा  है 

Sunil_Telang/30/03/2013

Satya ke to saath Khud eeshwar khada hai
Doosron ka hit karam Sab se bada hai

Kya koi hai maang Teri Gair Baajib
Kyon zamana ye tere Peechhe pada hai

Kar diya tune asar Murda dilon par
Kaam na-mumkin bhi Tujhse ban pada hai

Jaan jokhim me liye Firta hai aksar
Tu na maane Apni hi zid pe ada hai 

Chhod de hath Jaan teri keemati hai
Dekh le Aam Aadmi ab uth khada hai 

Sunil_Telang

















MANTHAN



MANTHAN

Ye milan ke pal naye Itihaas ki rachna karenge
Do vachan aasheesh ke Sanjivani ka kaam denge
Ye vichaaron ka hai manthan Lakshya se vichalan nahi
Raah koi bhi ho Ab manzil ko paakar hi rahenge

ये मिलन के  पल  नये इतिहास की रचना करेंगे
दो वचन आशीष  के संजीवनी का काम देंगे
ये विचारों का है मंथन लक्ष्य से विचलंन  नहीं
राह कोई भी हो पर मंजिल को पाकर ही रहेंगे 

Sunil_Telang

Friday, March 29, 2013

SANAK



SANAK 

Loot, Bhrashtachar se Sab kho rahe hain apna hak
Par naye badlaav par Logon ko hoti hai jhijhak

Chaah sabki Zulm Atyaachar se mukti mile
Par teri ye koshishen Logon ko lagti hai sanak

Sochte hain ghar se niklen Fir thahar jaate hain log
Rokti hain unki raahen Chand paison ki khanak

Ye kawayad kiski khaatir Soch kar dekho zara
Lad raha hai koi insaan Zindagi se Maut tak

Jaag utthi hai ye janta Ruk na paaye kaarvaan
Khatm na ho Bhrasht Ye Shaasan Vyawastha jab talak

Sunil_Telang/29/03/2013


Thursday, March 28, 2013

SUNTAAN


SUNTAAN

Log apne bhi Anjaan se ho gaye
Hum to ghar me hi Mehmaan se ho gaye

Roz oopar se neeche Idhar se udhar

Ek bekaar Saaman se ho gaye

Umr bhar jinko Takleef hone na di
Wo bhi humse Pareshaan se ho gaye

Tez raftaar se hum Nahi chal sake
Ab kadam apne Bejaan se ho gaye

Sochte hum rahe Haal poochhenge wo
Din-ba-din door Suntaan se ho gaye 

Sunil_Telang

सन्तान

लोग अपने भी अनजान से हो गये
हम तो घर में ही मेहमान से हो गये

रोज़ ऊपर से नीचे इधर से उधर
एक बेकार सामान से हो गये

उम्र भर जिनको तकलीफ होने ना दी
वो भी हमसे परेशान से हो गये

तेज़ रफ़्तार से हम नहीं चल सके
अब कदम अपने बेजान से हो गये

सोचते हम रहे हाल पूछेंगे वो
दिन-ब-दिन दूर संतान से हो गये 

Sunil_Telang/26/03/2013

YE AAM AADMI


YE AAM AADMI

Sahma sahma,dara tha Ye Aam Aadmi
Neend me so raha tha Ye Aam Aadmi
Bhool kar apni pehchaan Bus khauf ke 
Saaye me jee raha tha Ye Aam Aadmi

Tujhko dekha to Ehsaas hone laga
Logon ko khud pe Vishwas hone laga
Sun ke teri sada Saath pa ke tera
Jaagruk ho utha hai Ye Aam Aadmi

Tyaag tera nahi Vyarth ye jaayega
Ek din iska Pratifal bhi tu paayega
Tere peechhe chalega ye sara jahaan
Aaj tay kar chuka hai Ye Aam Aadmi

Ab nidar ho chuka hai Ye Aam Aadmi

Sunil_Telang/28/03/2013




Monday, March 25, 2013

FALSAFA



FALSAFA

Jab talak khud pe na beetegi , Nahi samjhenge log
Aandolan ko tamaasha ki Tarah dekhenge log 

Jin pe ye guzree, wo koi gair the, apne nahi 
Ho salaamat unka ghar bus Ye dua mangenge log 

Hai abhi fursat kahaan Jo haal tera poochh len
Pahle kuchh  apne chaheton ki sazaa taalenge log 

Wo abhi Tum ko kahenge nasamajh Aam Aadmi  
Ek din aayega tera falsafa maanenge log 

Sunil_Telang/25/03/2013






Sunday, March 24, 2013

SUPRABHAAT


SUPRABHAAT

Jab andhera ho ghana Tu gham na karna 
Hausle mushkil me bhi Tu kam na karna 
Bhor  ki   pahli   kiran  se  Seekh   le   tu 
Zindagi    me    roj   Ujle   rang    bharna  

Good Morning

जब  अँधेरा  हो  घना  तू  ग़म ना करना 
हौसले मुश्किल में भी तू कम ना करना
भोर  की  पहली  किरन  से  सीख ले  तू 
ज़िन्दगी   में   रोज   उजले   रंग  भरना 

सुप्रभात 


Sunil _Telang/24/03/2013



Saturday, March 23, 2013

LAHAR


LAHAR 

Tujhko nahi pasand To tu apna kaam kar
Par bewajah kisi par iljaam Yun na dhar
Tere bagair bhi na rukega ye kaarvaan
Toofan ka rukh modne wali hai ye lahar

Sunil_Telang

Friday, March 22, 2013

MISAAL


MISAAL

Mujhse mila wo aise Jaise ik ajnabi  ho
Jisne kabhi kaha tha Tum meri zindagi ho 

Kaise use rulaoon Ilzaam-e-jafaa dekar
Wo mujhko bhool baitha Kaise mujhe yaki ho

Karta hai wo pareshaan Khwabon me roz aakar
Dekhoon main kaise uski Aankhon me bhi nami ho

Uski hansi me kitne gham mujhko nazar aaye 
Shaayad  nazar churana bhi Uski bebasi ho 

Milti  nahi  jahaan me Uski  misaal  koi 
Mumkin hai uske jaisa Duniya me na koi ho 



मुझसे मिला वो ऐसे  जैसे इक अजनबी हो
जिसने कभी  कहा था तुम मेरी ज़िन्दगी हो

कैसे   उसे   रुलाऊं  इल्ज़ाम-ए-जफ़ा  देकर
वो  मुझको  भूल  बैठा  कैसे मुझे यकीं हो

करता है वो परेशां  ख़्वाबों  में रोज़ आकर
देखूं मैं  कैसे  उसकी आँखों में भी नमी हो

उसकी हँसी में कितने ग़म मुझको नज़र आये
शायद  नज़र  चुराना  भी उसकी  बेबसी  हो

मिल्रती नहीं  जहां  में  उसकी मिसाल कोई
मुमकिन है उसके जैसा दुनिया में ना कोई हो

Sunil_Telang/22/03/2013



Thursday, March 21, 2013

JAADU KI JHAPPI





जादू की झप्पी 


मुन्ना भाई के लिये खुले जेल के द्वार 
भारी मन से फैसला कर बैठे स्वीकार 

आँखों से बहने लगी तुरत अश्रु की धार 
भूले से जो हो गई नादानी इक बार 

फिल्मी दुनिया पे अजब पड़ी वक्त की मार 
जादू की झप्पी लिये बैठे सब तैयार 

Sunil _Telang 

Wednesday, March 20, 2013

VIRUS





VIRUS


मुश्किलों में घिर गई सरकार है
फिर समर्थन की उसे दरकार है

देखना है क्या नई तिकड़म बनेगी
रूठ बैठा आज उनका यार है

कब तलक होगी सहायक CBI
अब लड़ाई आर है या पार है

पार्टियों में मची है खलबली सी
आज बिकने हर कोई तैयार है

तंत्र  से ये वायरस कैसे हटायें
चारागर खुद ही यहाँ बीमार है

जीत लेंगे फिर भरोसा ये सदन का
देश की तो फिर भी इसमें हार है

Sunil_Telang

KYA MILA







क्या मिला 

सिर्फ  अब  बदलाव  ही   है  रास्ता 
कब  तलक   दोगे  खुदा  का वास्ता 

भूख,  मंहगाई,  ग़रीबी   के   सिवा 

क्या मिला तुझको अभी तक ये बता 

फ़र्ज़ और ईमां पे जो थे मिटने वाले 

हो   गये  जाने   कहाँ   पर  लापता 

गैर के हाथों में किस्मत हो तेरी,तो 
हश्र  क्या  होगा  नहीं  तुझको पता

चंद पैसों की चमक में मग्न होकर 
ज़िन्दगी भर की ख़ुशी क्यों बेचता

इक सही निर्णय से लिख तकदीर तू 
हो ना जाये तुझसे अब  कोई खता 

Sunil_Telang/20/03/2013


Tuesday, March 19, 2013

RAAJNEETI


राजनीति

राजनीति में कोई दुश्मन नहीं 
जाति धर्मों  का कोई बंधन नहीं 

दो दिनों का रूठना क्या रूठना 
है विपक्षी पैंतरा , कारन  नहीं 

शब्द बाणों से करें घायल बहुत 
ये दिखावा है महज,अनबन नहीं

हर कोई नंगा हुआ बैठा मगर 
सामने रहता कोई दर्पन  नहीं

अपनी अपनी पार्टी की है फिकर 
आम जनता का कोई टेंशन नहीं 

रोज़  करते  हैं  समर्थन वापसी 
वक़्त से पहले चुनावी मन नहीं 

 Sunil_Telang/19/03/2013
















  

IBAADAT





IBAADAT

Kya kahin koi kayaamat ho rahi hai
AAP se kyon ye shikaayat ho rahi hai

Kal talak befikr jo baithe the unki
Aaj majloomon si haalat ho rahi hai (majloom-oppressed)

Jab se nabh me AAP ka chamka sitara
Roshni ki sabko chaahat ho rahi hai

Dekh kar matlab-parasti doston ki
AAP se sabko mohabbat ho rahi hai 

AAP  ka ho ab jahaan me raaj kaayam
Bus khuda se ye ibaadat ho rahi hai 

इबादत 

क्या  कहीं  कोई  क़यामत  हो  रही   है 
आप से  क्यों ये  शिकायत  हो  रही  है 

कल तलक बेफिक्र जो   बैठे  थे उनकी 
आज  मजलूमों सी  हालत हो रही   है 

जब से नभ में आप का चमका सितारा 
रौशनी  की  सबको  चाहत हो  रही   है 

देखकर   मतलबपरस्ती   दोस्तों   की 
आप से  सब  को  मोहब्बत  हो  रही  है 

आप  का  हो  अब जहां में राज कायम 
बस  खुदा  से  ये   इबादत   हो  रही  है

Sunil_Telang/19/03/2013





Saturday, March 16, 2013

BHAROSA


भरोसा 

उसने तो अपने को साबित कर दिया 
अब  ज़रुरत  है  कि  लें  अपनी खबर 
हर  किसी  को आइना  दिखला दिया  
आपको  अब   कौन  आता   है  नज़र 

सिर्फ   बातें  और   वादों   का   ज़िकर 
काम    ना    आयेगा    तेरे   उम्र  भर 
वोट  ना  यूँ  ही  लुटा  देना  तू  अपना  
कुछ तो कर ले अपने बच्चों की फिकर 

जाति   धर्मों   में  बँटी  ये   राजनीति 
एक  दिन  डालेगी तुझ  पर भी असर 
अब  चुनो  उनको जो तेरे काम आयें 
पार्टी   से   मोह   अपना  त्याग   कर 

सोच ले फिर से मिला है आज मौका 
हाथ  से  ये   वक्त   ना  जाये  गुज़र 
देश  की   उम्मीद   है  अब  आप   से 
तुझ   को  रखना  है भरोसा आप पर 

Sunil_Telang/16/03/2013



Friday, March 15, 2013

KEEMAT



कीमत 

हर    सुबह   अखबार   पढ़ते 
दिन   उगे  सूरज   के  चढ़ते 
कंपकंपाते    हाथ   क्यों   हैं  
चाय   की   प्याली   पकड़ते 

रोज़  ही  आती    है   अक्सर 
कुछ  खबर  ऐसी निकलकर
दिल  को  जो  झकझोरती है 
दिन निकलता खुद से लड़ते

आ  गये   हैं  हम   कहाँ   पर 
अपनी दिनचर्या में फंस कर 
देख   ना   पाये,  हैं   कितने 
लोग   चलते  गिरते    पड़ते 

जी   रही   जनता सिसकती  
ज़िन्दगी   से  मौत   सस्ती 
नारियां  हैं   इक   खिलौना 
बिक   गया  है  तंत्र   सड़ते 

सिर्फ   टीवी    फेसबुक  पर 
प्रतिक्रियायें    रोज़    देकर 
रोक    हम    पायेंगे    कैसे 
देश   का   आलम  बिगड़ते 

अपने  मन  में  ठान लो अब 
खुद की कीमत जान लो अब 
एक    दिन   देखोगे तुम भी 
भ्रष्ट   शासन  को   उखड़ते 

Sunil_Telang/15/03/2013 






Thursday, March 14, 2013

VISHWAAS


विश्वास 

उसको धन की, और न पद की चाह कोई 
लक्ष्य मुश्किल, पर नहीं परवाह कोई 
चाहे कितनी आंधियां तूफ़ान आयें 
रोक पायेगा न उसकी राह कोई 

रोज़  मरने से भला, इक बार मरना 
देश हित में ज़िन्दगी भर काम करना 
लक्ष्य है अब नेक रस्ते पर चलें सब 
हो  ना  पाये नौजवां  गुमराह कोई 

चल रहा  वो इक नया विश्वास लेकर 
अपने मन में जीत की इक आस लेकर 
हार थक कर बैठना मुमकिन नहीं है 
अब सुनाई दे ना मुख से आह कोई 

अक्स उसमे इक विजेता का दिखा है 
जीत का वर उसके माथे पर लिखा है 
भ्रष्ट शासन से मिले जनता को मुक्ति 
और कोई बस  नहीं  है  चाह  कोई 

Sunil _Telang /14/03/2013






JANAMDIN MUBARAK


JANAMDIN MUBARAK

Tum Amiron ki tarah Lagte nahi ho mere bhai
Is kadar ye saadgi Batlaao tumne kaise paai
Raaj karte ho dilon par Chaahe jis kirdaar me ho 
Sau baras tak tum jiyo,Hai Janmdin ki ye badhaai

Sunil_Telang

जन्मदिन मुबारक 

तुम अमीरों की तरह लगते नहीं हो मेरे भाई 
 इस कदर ये सादगी बतलाओ तुमने कैसे पाई
राज करते हो दिलों पर चाहे जिस किरदार में हो 
सौ बरस तक तुम जियो है जन्मदिन की ये बधाई 

Sunil_Telang/14/03/2013

Wednesday, March 13, 2013

ABHIMANYU


ABHIMANYU

Chakravyuhon me ghira Aam Aadmi
Ek Abhimanyu pe bus nazren thami

Yuddh hai Imaan ke astitwa ka 
Bhrasht sena se ghiri hai ye zamee

Na koi kaanoon hai na kaayda
Aandolan ye hua hai laazami (Essential)

Ye ladaai sirf uski hi nahi
Khoon sabse maangti hai sarzamee(Land)

Aao milkar sab badhayen kaafila 
AAP  ki pehchaan hogi Aalami (Worldwide)

अभिमन्यु 

चक्रव्यूहों में घिरा आम आदमी 
एक अभिमन्यु पे है नज़रें थमी 

युद्ध  है  ईमान के अस्तित्व का 
भ्रष्ट  सेना  से  घिरी  है  ये ज़मी 

ना  कोई क़ानून  है  ना कायदा 
आन्दोलन ये  हुआ  है लाज़मी(Essential)

ये लड़ाई  सिर्फ उसकी  ही नहीं 
खून सबसे मांगती ये सरज़मी(Land)

आओ मिलकर सब बढायें काफिला 
आप की पहचान  होगी आलमी(Worldwide)

Sunil_Telang/13/03/2013















MUSKURAATE RAHIYE



KEEP SMILING

Khushiyon ki gar ho khwahish
To muskuraate rahiye
Har waqt koi naghma
Bus gungunaate rahiye


Gardish mein honge din to
Apne na saath denge
Ik dil-azeez saathi
Apna banaate rahiye.


Lachaar, bebason se
Duniya bhari padi hai
Baaton se apni unke
Dil ko lubhaate rahiye

Tootenge roz dil, aur
Kuchh log bhi hansenge
Naadan unhen samajh kar
Gham ko bhulaate rahiye


Jab bhi kabhi tabeeyat
Ghamgeen ho rahi ho
Is SHAYARI ke panne

Par roz aate rahiye


मुस्कुराते रहिये 


खुशियों की गर हो ख्वाहिश
तो मुस्कुराते रहिये
हर वक़्त कोई नग़मा
बस गुनगुनाते रहिये 

ग़र्दिश में होंगे दिन तो
अपने ना साथ देंगे 
इक दिल -अज़ीज़ साथी
अपना बनाते रहिये 

लाचार, बेबसों से
दुनिया भरी पड़ी है 
बातों से अपनी उनके
दिल को लुभाते रहिये 

टूटेंगे रोज़ दिल और 
कुछ लोग भी हँसेंगे
नादां उन्हें समझ कर
ग़म को भुलाते रहिये 

जब भी कभी तबीयत
ग़मगीन हो रही हो 
इस शायरी  के पन्ने
पर रोज़ आते रहिये 

Sunil_Telang/22/04/2012

HAPPY BIRTHDAY


HAPPY BIRTHDAY

Rahe tere honthon pe muskaan hurdum
Tumhe na sataye kabhi bhi koi gham 
Sitaron sa chamke mukaddar tumhara 
Janamdin ki dete badhaai tumhe hum

Sunil_Telang

Tuesday, March 12, 2013

BAHUT NA SAHI


बहुत  ना  सही 

बहुत ना सही, पर असर हो रहा है 
तेरा ज़िक्र अब हर शहर हो  रहा है 

जो बेफिक्र बैठे  थे  सत्ता के मद में 
उन्हें आज कल  दर्दे-सर हो रहा है 

दफ़न हो गये जाने कितने घोटाले 
हर इक मामला अब  खबर हो रहा है 

भटकते युवाओं को अंधी डगर पे 
तेरा  नाम  ही  राहबर  हो रहा  है 

गिरेगी ये  दीवार असमानता की 
ये  परिवर्तनों का सफ़र हो रहा है

रुकेगा ना अब कारवां चलते चलते  
ये आम आदमी अब निडर हो रहा है 

Sunil_Telang/12/03/2013

BAHUT NA SAHI

Bahut na sahi, Par asar ho raha hai
Tera zikr ab har Shahar ho raha hai

Jo befikr baithe the, Satta ke mad me 
Unhen aajkal Dard-e-Sar ho raha hai

Dafan ho gaye jaane kitne ghotale 
Har ik maamla ab Khabar ho raha hai

Bhatakte yuvaon ko andhi dagar pe
Tera naam hi Raahbar ho raha hai

Giregi ye deewar Asamaanta ki
Ye parivartanon ka Safar ho raha hai

Rukega na ab Kaarvaan chalte chalte
Ye Aam Aadmi ab Nidar ho raha hai 

Sunil_Telang/12/03/2013









TERI CHAAHAT




Kuchh nazar aata nahi ab teri soorat ke siva
Aur kuchh seekha na humne is mohabbat ke siva 
Tumne is kaabil mujhe samjha tumhara shukriya 
Ab koi khwahish nahi hai teri chaahat ke siva


कुछ नज़र आता नहीं अब तेरी सूरत के सिवा 
और कुछ सीखा  न हमने  इस  मोहब्बत के सिवा 
तुमने इस काबिल मुझे समझा तुम्हारा शुक्रिया 
अब कोई ख्वाहिश नहीं है तेरी चाहत के सिवा 


Sunil_Telang

Monday, March 11, 2013

DARINDA


DARINDA 

Wo mara, Kaise mara, Usko mili maafi nahi
Mil gai usko saza, Kya baat ye kaafi nahi
Kis liye ye shor barpa ik darinde ke liye
Ho gai poori dua faansi ke fande ke liye



वो मरा, कैसे मरा, उसको मिली माफ़ी नहीं 
मिल गई उसको सज़ा, क्या बात ये काफी नहीं 
किस लिये ये शोर बरपा इक दरिन्दे के लिये 
हो गई पूरी दुआ , फांसी के फंदे के लिये  

Sunil_Telang

Sunday, March 10, 2013

HAR SUBAH


हर सुबह 

हाथ में लो चाय की प्याली मगर तुम 
साथ में ना आज  का अखबार  पढना 
जायका और मूड क्यों अपना बिगाड़ें 
रोज़  का  है बस  वही लड़ना झगड़ना 

हर  सुबह  फीडिंग  ले कर के नेगेटिव
काम   कैसे  पॉजिटिव   कोई   करेगा 
अपने  मन का  फ्रस्ट्रे शन दूसरों  पर 
बेवजह  औरों   के  सर  पर  तू  धरेगा 

नाम लेकर राम  का  शुरुआत करना 
देखना हर दिन नये  सूरज का चढ़ना 
ले के फिर आशीष हर माता पिता की 
मुस्कुराकर  सीख  ले  रस्ते पे बढ़ना 

Sunil_Telang/10/03/2013








Saturday, March 9, 2013

TUM AASHA HO

तुम आशा हो 

तुम    आशा   हो   नवजीवन   की 
आलंबन    की,   अभिनन्दन   की 
इस    अंधकार    में   डूबे  जग  में 
नवप्रकाश        उत्सर्जन         की  

तुम  नई   उमर   के   लिये  दिशा 
तुम    ही    चारागर,  तुम्ही   दवा 
तुम  ही  रस्ता, तुम   ही   मंजिल 
तुम पर आँखें  अब   जन जन की 

नि:स्वार्थ, निडर, निश्छल होकर 
तुमने   ये    मिलकर   राह   चुनी 
बस    निकल   पड़े  जबसे  तुमने 
ये   आह   सुनी   जन-क्रंदन    की 

है   राह   कठिन   अग्निपथ   की 
पर   अडिग  है   तेरा  निश्चय  भी   
तुमको   लग   जाये   आज   दुआ 
इस धरती  के  हर  कन  कन  की 

Sunil_Telang

TUM AASHA HO

Tum Aasha ho Navjeewan ki
Aalamban ki Abhinandan ki
Is andhkaar me doobe jag me
Nav Prakash Utsarjan ki

Tum nai umar ke liye disha
Tum hi Charagar Tumhi dawa
Tum hi rasta Tum hi manzil
Tum par aankhen ab Jan Jan ki

Niswaarth Nidar Nishchal hokar
Tumne ye milkar raah chuni
Bus nikal pade jabse tumne 
Ye aah suni Jan Krandan ki

Hai Raah kathin Agnipath ki
Par Adig hai tera Nishchay bhi
Tumko lag jaaye aaj dua
Is dharti ke har Kan Kan ki

Sunil_Telang/09/03/2013
















MEHMAAN


मेहमान 

क्या अभी तक आप कुछ भूले नहीं हैं 
क्यों गड़े मुर्दे उखाड़े जा रहे  हो 
आये हैं मेहमान अपने देश में 
आप फिर भी रोब झाडे जा रहे हो 

हमने माना जो हुआ अच्छा नहीं था 
हमको भी उस बात का ग़म है अभी 
सैनिकों की ज़िन्दगी क्या मौत है क्या 
बेवजह का क्यों ये मातम है अभी 

है अभी माहौल अच्छा  दोस्ताना 
आप क्यों इसको बिगाड़े जा रहे हो 

कम न हो जाये कहीं मेहमानवाजी 
हमको है सारे ज़माने की फिकर 
हादसों का क्या है होते ही रहेंगे 
क्या नहीं अब तक सलामत तेरा घर 

छोडिये धरना प्रदर्शन चुप भी रहिये 
आप नाहक मुँह  को फाड़े जा रहे हो 

Sunil_Telang/09/03/2013











                             



AB NA RUKENGE



हरकतों से बाज ना आयेंगे तुझसे जलने वाले
आयेंगी मुश्किल मगर अब ना रुकेंगे चलने वाले 
वक़्त है  धीरज का अपना हौसला ना तोड़ देना
कुछ भी हो अंजाम अब निर्णय नहीं हैं टलने वाले 

Sunil_Telang

Friday, March 8, 2013

WOMEN'S DAY


WOMEN'S DAY

Naari ko bana kar bechari.Kaise uska sammaan karen
Har mod pe izzat tar tar kar,Jab uska apmaan karen
Jiske dum se insaanon ka astitwa hai kaayam duniya me
Usko Beti,Maa,Bahan samajhne ka bhi ab kuchh dhyan karen

Aaj hai Mahila Divas, Aao sabhi aabhar maane
Inko bhi sahbhagita, Samman ka hakdaar maane 
Mard hokar Chhal se , Bal se,Kya kisi ka maan harna
Jeet len Naari Hriday ko,Fir koi adhikaar maane  

Sunil_Telang/08/03/2013

महिला दिवस 

नारी  को  बना   कर  बेचारी  कैसे   उसका  सम्मान  करें 
हर मोड़ पे इज्ज़त तार तार कर जब उसका अपमान करें  
जिसके दम से इंसानों का  अस्तित्व है कायम दुनिया में 
उसको बेटी,माँ,बहन समझने का भी अब कुछ ध्यान करें 

Sunil _Telang /08/03/2013

Thursday, March 7, 2013

Happy Birthday



Happy Birthday

Har tarah ki bhoomika tumne nibhaai
Umr ki seema kahin aade na aai
Kuchh alag dil me chhavi tumne banaai
Janmdin ki KHER ji ,Tumko badhaai

Sunil_Telang/07/03/2013

SABAK


सबक 

रुके ना अब ये कारवां ,उम्मीद में है ये जहां 
नई  डगर पे चल के हम, बनायेंगे ये आशियाँ 

कदम से अब कदम मिला , बढ़ा चले ये काफिला 
जगाते जाना है अलख ,गली हों चाहे बस्तियाँ 

चहुँओर  हाहाकार है,ये देश की पुकार है 
नई  इबारतों से अब , लिखें नई  कहानियाँ  

ये तंत्र हुये खोखले , जो  नेक राह पर  चले 
ज़ुल्म  और ज्यादती से मिट रही हैं हस्तियाँ 

सिखा के रहेंगे सबक ,ना चैन लेंगे जब तलक                             
ये लूट भ्रष्टाचार की मिटा ना दें निशानियाँ 

Sunil_Telang/07/03/2013

SABAK

Ruke na ab ye kaarvaan, Ummeed me hai ye jahan
Nai dagar pe chal ke hum, Banayenge ye aashiyaan

Kadam se ab kadam mila, Badha chale ye kaafila
Jagaate jaana hai alakh,Gali hon chaahe bastiyaan

Chahun-or hahakaar hai,Ye desh ki pukaar hai
Nai ibaraton se ab ,Likhen nai kahaniyaan 

Ye tantr huye khokhale, Jo nek raah par chale
Zulm aur zyaadti se , Mit rahi hain hastiyaan

Sikha ke rahenge sabak,Na chain lenge jab talak
Ye loot bhrashtachar ki, Mita na den nishaniyaan

Sunil_Telang/07/03/2013