CHAARAGAR
Dosh kisko den yahaan Apni chuni sarkaar hai
Har kisi mudde pe bus ginwaate hain majbooriyan
Desh ka har rahnumaa Kyon desh par hi bhaar hai
चारागर कोई नहीं, बस हर कोई बीमार है
दोष किसको दें यहाँ,अपनी चुनी सरकार है
हर किसी मुद्दे पे बस गिनवाते हैं मजबूरियां
देश का हर रहनुमा क्यों देश पर ही भार है
किस को है तेरी फिकर, तुम हो इक आम आदमी
ज़ुल्म का ना ज़िक्र कर, तुम हो इक आम आदमी
कुछ ना देखो, ना सुनो , ना लब हिलाओ
जीना यूँ ही उम्र भर, तुम हो इक आम आदमी
Sunil_Telang/19/06/2013
किस को है तेरी फिकर, तुम हो इक आम आदमी
ज़ुल्म का ना ज़िक्र कर, तुम हो इक आम आदमी
कुछ ना देखो, ना सुनो , ना लब हिलाओ
जीना यूँ ही उम्र भर, तुम हो इक आम आदमी
Sunil_Telang/19/06/2013
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