आम सहमति
लो कोई मुद्दा तो ऐसा आज पाया
देश ने जब आम सहमति को दिखाया
कल तलक तो अपनी ढपली राग अपना
आज क्या देखा, अचानक सुर मिलाया
आप हैं क्या, पूछते हैं भेद इनके
थाह इनकी तो कोई अब तक ना पाया
किसलिए संदेह इन पर कर रहे हो
आप ने ही तो इन्हें चुनकर जिताया
भाईचारा आपसी रहने दो कायम
कौन सा क़ानून इनको रोक पाया
Sunil_Telang
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