Monday, April 8, 2013

MAAN LE


मान ले 

क्या पिया , कैसे है जिंदा, हो रहा है बस जिकर 
पर तेरे जज्बे की अब तक ना हुई उनको फिकर 

चुपके चुपके वो तमाशा देखते हैं रात दिन 

मन ही मन होते परेशां  देख कर तेरा असर 

मिल गई पहचान उनको गुमशुदा बैठे थे जो  

सामने देखो  खड़ा आम आदमी हो के निडर

हमने माना तेरी मर्जी पे है बस तेरा ही हक  

मान ले सब का कहा,एहसान होगा  देश पर 

Sunil_Telang

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