तिकड़म
फिर आया इक नया घोटाला, कैसे सबका ध्यान हटायें
जात -धरम के मुद्दे छूटे,अब कुछ तिकड़म नयी जमायें
जैसे तैसे सबने मिल के, घोटालों से ध्यान हटाया
किस किस को मैनेज किया,दुश्मन को अपना दोस्त बनाया
सोचा था अगले चुनाव में, कुछ कलंक हम धोकर जायें
हुई है जनता समझदार अब, आती नहीं किसी बातों में
हुये विपक्षी लामबंद सब , नहीं मीडिया अब हाथों में
चलो अब किसी सच्चरित्र व्यक्ति पर कुछ आरोप लगायें
समय बचाने की खातिर हेलीकाप्टर की डील कराई
अपनी ऊंची थी उड़ान, फिर कहाँ की ये एजेंसी आई
छोड़ विदेशी बातों को , हम अपनी खुद ही जांच बिठायें
संविधान पर हमें भरोसा है पूरा , हमने जतलाया
पैंसठ सालों में इसने हम सबको बस निर्दोष बताया
हम तो चुने हुये प्रतिनिधि हैं, झूठी बातों में ना आयें
Sunil _Telang /14/02/13
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