सबसे बड़ा सुख
हमने माना ज़िन्दगी तेरी दुखी है
पर कोई ऐसा बता दे जो सुखी है
जो मिला है वो नहीं मंज़ूर तुझको
तेरे लालच में व्यथा तेरी छुपी है
दूसरों की शानो -शौकत से जले क्यों
ये समझ ले चार दिन की चांदनी है
क्यों ग़ुरूर इतना, यहाँ हर शै है फानी
प्यार और विश्वास पर दुनिया थमी है (ग़ुरूर-घमंड , शै-चीज़ ,फानी-नाशवान )
ग़म न करना एक दिन आयेगी मंजिल
पर कदम तेरा बढ़ाना लाज़मी है (लाज़मी-ज़रूरी )
कर भलाई कुछ दुआयें तू कमा ले
सुख बड़ा सबसे, खुदा की बंदगी है
Sunil _Telang /04/02/2013
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