FIR MILENGE
Ab sitam tu kare Ya inaayat kare
Tere har ik karam se mohabbat hui
Ashk peete rahe Yun hi jeete rahe
Dard me muskurane ki aadat hui
Kaise batlaaunTumne kiya kya asar
Muskurakar jo dekha Mujhe ik nazar
Saari duniya ke chehre lage ajnabee
Tumse milke jo hum ko musarrat hui (Musarrat-Pleasure)
Humnasheen tum huye Tum hamare huye
Tere din raat ke Hum sahare huye
Lag gai pyaar ko Jaane kiski nazar
Tere dil se sanam Kam ye chaahat hui
Har mohaabaat ka Anzaam hai bus yahi
Pyaar ki daastan Bus adhoori rahi
Khush raho tum sada Hai ye dil ki dua
Fir milenge Agar poori hasrat hui
Sunil_Telang/16/02/3013
फिर मिलेंगे
अब सितम तू करे या इनायत करे
तेरे हर इक करम से मोहब्बत हुई
अश्क पीते रहे, यूँ ही जीते रहे
दर्द में मुस्कुराने की आदत हुई
कैसे बतलाऊं तुमने किया क्या असर
मुस्कुराकर जो देखा मुझे इक नज़र
सारी दुनिया के चेहरे लगे अजनबी
तुझसे मिलके जो हमको मसर्रत हुई (मसर्रत -ख़ुशी )
हमनशीं तुम हुये ,तुम हमारे हुये
तेरे दिन रात के हम सहारे हुये
लग गई प्यार को जाने किसकी नज़र
तेरे दिल से सनम कम ये चाहत हुई
हर मोहबब्त का अंजाम होता यही
प्यार की दास्ताँ बस अधूरी रही
खुश रहो तुम सदा, है ये दिल की सदा
फिर मिलेंगे, अगर पूरी हसरत हुई
Sunil _Telang /16/02/2013
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