Thursday, February 28, 2013

KAISA BUDGET


KAISA BUDGET

Kyon koi ummeed gairon se lagaayen 
Apne haathon par bharosa hum jataayen 

Jo hai kismat me wo mil ke hi rahega 

Kaam se kyon hum ye apna jee churaayen 

Aadaten apni riyayat ki nahin hain 

Kuchh naye income ke hum raste banayen 

Bus mile itna rahe   koi na  bhookha 

Kar ke ab  santosh jeewan ye chalaayen

Hum samajh paate nahi baaten budget ki

Kyon sada logon ki jeben kat-ti jaayen 

कैसा बजट 

क्यों कोई उम्मीद गैरों से लगायें 
अपने हाथो पर भरोसा हम जतायें 

जो है किस्मत में वो मिल के ही रहेगा
 काम से क्यों हम ये अपना जी चुरायें 

आदतें अपनी रियायत की नहीं हैं 
कुछ नए इनकम के हम रस्ते बनायें 

बस मिले इतना रहे कोई ना भूखा 
कर के अब संतोष जीवन ये चलायें 

हम समझ पाते नहीं बातें बजट की
क्यों सदा लोगों की ज़ेबें कटती जायें 

Sunil_Telang/28/02/2013




Wednesday, February 27, 2013

KEEMAT


कीमत

अब कोई कीमत रही ना आदमी की जान की 
मर गई इंसानियत, हरकत है  ये शैतान  की 

एक छोटी सी खता पे मिट गयी इक ज़िन्दगी 
बूढी आँखों में  चिता जलती  रही अरमान की 

आ गये हैं हम  कहाँ  खुदगर्ज़ियों  के  दौर  में 
भावना  कोई बची ना अब किसी सम्मान की 

चैन ना मिल पायेगा इन कलयुगी संतानों को  
हैं यही  माता पिता  मूरत  किसी भगवान की 

Sunil _Telang/27/02/2013

HUNAR


Tu hunar ye bhoolne ka,Mujh ko bhi thoda sikha de
Ya to le meri khabar,Ya khud  mujhe  apna  pata  de 

हुनर

तू  हुनर  ये  भूलने  का,  मुझको   भी   थोडा   सिखा  दे 
या  तो  ले  मेरी  खबर  या,  खुद  मुझे  अपना  पता   दे 

इस   कदर   ये   बेरुखी,  मर्जी   तेरी     या   बेबसी   थी 
मुझको ठुकरा कर मिला क्या, बस मुझे इतना बता दे 

दो  कदम  बस साथ चलकर, कर लिया तुमने किनारा 
हर  तरफ  है  बस  अँधेरा,   अब     कोई    तू  रास्ता  दे 

था   अगर  मैं बोझ तुझ पर, मुझसे तुम इक बार कहते 
अपनी  अब   मजबूरियों  का,   ना   मुझे  तू  वास्ता  दे

दूर  मुझसे   हो    मगर  क्यों  जी   रहे   तन्हाइयों    में 
दिल  धड़कता  है  तेरा  किसके लिये मुझको  दिखा  दे 

Sunil _Telang /27/02/2013








PUNYA


पुण्य

पुण्य तुम भी कुछ कमा लो तुमको मौका जब मिले 
रब  की  सेवा  करने का  तो  वक़्त  जाने  कब मिले 
इन  बुजुर्गों  में  भी  शायद   कुछ  खुदा   का  अंश है 
कुछ  दुआयें  इनकी  लो तो, जो  भी चाहो सब मिले  

Sunil _Telang 

RAIL BUDGET




रेल बजट

रेल बजट लेकर आया  कितनी  सौगातें 
लोगों का क्या जितने मुंह हैं उतनी बातें 
टिकेट रिजर्वेशन  AC  का बढ़ा  किराया  
WI-FI  की  सुविधा  देकर मन बहलाया 
करो यात्रा लैपटॉप अब साथ  में  रखकर  
सीट  भले ना  मिले देखते जाओ पिक्चर  

Sunil _Telang /27/02/2013



Tuesday, February 26, 2013

MAIKASHI




मयकशी

Rahne do aalam abhi kuchh bekhudi ka
Kuchh  bharosa  to nahi  hai  zindagi ka
Ya to aankhon  se  pila de mujhko saaki
Ya maza lene de mujhko maikashee ka 

रहने दो आलम अभी  कुछ  बेखुदी  का 
कुछ भरोसा  तो नहीं  इस ज़िन्दगी का
या तो आँखों  से  पिला दे मुझको साकी 
या  मज़ा  लेने  दो मुझको मयकशी का 

Sunil_Telang/26/02/2013

Monday, February 25, 2013

ITNI KHATA



इतनी खता

क्या फकत  इतनी खता, काफी थी मरने के लिये 
हम खिलौना तो नहीं, खुश तुम को करने के लिये  
माँ, बहन, बेटी के संग संग, तुम भी रहते हो सदा 
क्या  नहीं  एहसास  ये  तुमको  है  डरने  के लिये  

Sunil_Telang

Saturday, February 23, 2013

MUAAVZA



मुआवजा

जान की कीमत फकत है मुआवजा 
अब  तो जीना भी हुआ है इक सज़ा 

हादसे    होते   रहेंगे  ग़म  ना   कर 
जेब  अपनी  गर्म  कर और भूल जा

हो  रहा  है  सख्त  रुख  सरकार का 
अब तू पायेगा ना किरकिट में मज़ा 

जांच   होगी   हादसा   कैसे    हुआ 
आप  भी  ले  लीजिये कुछ जायजा 

इतनी  जल्दी  ना  गिरफ्तारी करो 
खर्च  बढ़ता  जायेगा  बस   बेबजा 

चाक  चौकस  है  व्यवस्था देख लो 
हमको है सबकी फिकर अब मान जा 

Sunil _Telang 






Friday, February 22, 2013

AVSAAD

अवसाद

हो    रहे    हैं   हादसे   पर   हादसे 
कोई तो हो जो लगाम इन पर कसे 

छोड़  रक्खे   है  यहाँ  विषधर खुले 
रह सकेंगे कब तलक ये  बिन  डसे 

जीते  जी  इस जान की कीमत नहीं 
मर के कुछ मिल जायेगा सरकार से 

देश  है अपना  बड़ा,  क्यों  ग़म करें 
और    देशों   में   भी   होते   हादसे 

कार्यवाही  फिर  से  अब  होगी कड़ी 
लो   उबर  भी   जाइये  अवसाद  से 

तंत्र  में  शायद  रही  कुछ  खामियां 
दूर  रहिये  आप   इस   उन्माद  से 

देखते  रहिये   प्रगति  विज्ञान  की 
क्या  यही   पाया   नई   ईजाद  से 

Sunil_Telang/22/02/2013



Thursday, February 21, 2013

APNA BHAARAT




अपना भारत 

अपना   भारत   INDIA   में   बंट  गया
इसलिए  इन्सां  से   इन्सां   कट    गया 


Educated  वो  हुये,हम  तो  है  Rural 
उनकी अंग्रेजी जबां ,अपनी    है  Local 
गाँव  का  स्तर , शहर   से   घट    गया 

आधुनिकता  में  छुपी   पहचान  उनकी
Branded  कपडे   पहनना शान उनकी 
मान     मर्यादा     गई ,   घूंघट    गया 

कुछ    नये     रिश्ते    बने,  टूटे  पुराने 
बॉय फ्रेंड  और  गर्ल फ्रेंड्स   के   ज़माने 
पूरा System लीक  से   अब   हट गया 

सभ्यता  भूली   नयी  ये  Generation 
बोलना  हिंदी  हुआ  अब Old Fashion
Hi ,  Hello  ,Bye   सबको   रट   गया 

Race   ये     जाने   कहाँ   ले   जायेगी 
दूरियां    अपनों    से    बढती    जायेंगी 
देश   अपना   दो   घडों   में  बँट   गया 

Sunil_Telang/21/02/2013






Wednesday, February 20, 2013

HAPPY BIRTHDAY ANNU KAPOOR


Happy Birthday Annu Kapoor Ji

कभी एक्टर,कभी  एंकर बन कर आये 
बरसों तक  अन्ताक्षरी से दिल बहलाये 
तुम हो एक विलक्षण प्रतिभा अन्नू भाई 
आज जन्मदिन की हम देते तुम्हें बधाई 

Sunil_Telang/20/02/2013

BHAARAT BAND




भारत  बंद

क्या   मिला है आज  भारत  बंद  से 
घूमते हैं लोग कुछ स्वच्छंद  से
किसने ये   आफत   मचा  दी  देश  में 
लोग   बैठे   थे   बड़े  आनंद  से 

पंगु होकर रह गई शासन व्यवस्था 
शान्ति को घेर बैठी अराजकता 
क्यों हुआ नुकसान जान ओ माल का 
पूछना क़ानून के पाबंद से 

शस्त्र ये अब राजनीति का बना
लोग मजबूरी में  करते सामना
जिनको है लाचार जनता की फिकर 
रह गये हैं लोग ऐसे चंद से 

Sunil_Telang/20/02/2013


Tuesday, February 19, 2013

FITRAT

FITRAT

Mujhko bhula diya hai, Mujhko ye gham nahi hai 
Mujh  pe  teri   wafa  ka,  Ehsaan  kam   nahi   hai 
Mil ke bichhadna shayad, Fitrat hai mohabbat ki
Tum khush ho to meri bhi,Ye aankh nam nahi hai 

Sunil_Telang


फितरत

मुझको  भुला  दिया  है,  मुझको  ये  ग़म  नहीं  है 
मुझ  पे  तेरी  वफ़ा  का,  अहसान  कम   नहीं   है 
मिलके बिछड़ना शायद, फितरत है मोहब्बत की  
तुम  खुश  हो  तो  मेरी  भी, ये  आँख  नम  नहीं है  

Sunil_Telang


KYA KIYA

KYA KIYA

Dil   tum  kisi  ka   jeet   na   paaye  to   kya  kiya
Uski  raza  ko  samajh   na   paaye  to  kya  kiya 
Tujhpe wo mar mite khud hi kuchh aisa kaam kar
Bal   se   kisi   ko   apna   banaaye   to  kya  kiya

Sunil_Telang


क्या किया 

दिल तुम किसी का जीत ना पाये तो क्या किया 
उसकी  रज़ा  को  समझ  ना पाये तो क्या किया 
तुझ पे वो  मर  मिटे खुद ही कुछ ऐसा  काम कर 
बल से किसी  को  अपना बनाये  तो क्या किया 

Sunil _Telang /19/02/2013




Monday, February 18, 2013

RAASTAA


रास्ता 

चल कोई ऐसी जगह मुझको बता दे 
ना  ज़मीं, ना आसमां   तेरा  पता  दे 
भूल जाऊं मैं तुझे  मुमकिन नहीं है  
अब तू ही जीने का मुझको रास्ता दे 

Chal koi aisi jagah Mujhko bata de
Ye zamee Na aasmaa Tera pata de
Bhool jaaun main tujhe Mumkin nahi hai
Ab tu hi jeene ka Mujhko raasta de

Sunil_Telang




Saturday, February 16, 2013

VIDAAI




विदाई 

देख  कर  कोई  तर्के - बयां   हम  करें 
अपनी सरकार  को ना खफा हम करें 

हर  कदम उठ रहा  है प्रगति के लिये 
आंकड़ों  पे   न  कोई  गुमां  हम  करें 

लेना  देना  ज़माने  का  है इक  चलन 
ख़त्म  घोटालों  की   दास्ताँ  हम  करें 

राज इनको मिला त्याग, बलिदान से 
इनकी कुर्बानी का हक़ अदा  हम करें 

कोई कुछ भी कहे, कुछ ना बोलेंगे वो 
हुक्मरानों पे  हम  फक्र क्यों  ना करें 

जो ना समझे कभी  तेरे  दुःख दर्द को 
एक दिन घर से उनको विदा हम करें 

Sunil _Telang /16/02/2013









FIR MILENGE







FIR MILENGE

Ab sitam tu kare Ya inaayat kare
Tere har ik karam se mohabbat hui
Ashk peete rahe Yun hi jeete rahe
Dard me muskurane ki aadat hui

Kaise batlaaunTumne kiya kya asar
Muskurakar jo dekha Mujhe ik nazar
Saari duniya ke chehre lage ajnabee
Tumse milke jo hum ko musarrat hui (Musarrat-Pleasure)

Humnasheen tum huye Tum hamare huye
Tere din raat ke Hum sahare huye
Lag gai pyaar ko Jaane kiski nazar
Tere dil se sanam Kam ye chaahat hui

Har mohaabaat ka Anzaam hai bus yahi
Pyaar ki daastan Bus adhoori rahi
Khush raho tum sada Hai ye dil ki dua
Fir milenge Agar poori hasrat hui 

Sunil_Telang/16/02/3013

फिर मिलेंगे 

अब सितम तू करे या इनायत करे 
तेरे हर इक करम से मोहब्बत हुई 
अश्क पीते रहे, यूँ ही जीते रहे 
दर्द में मुस्कुराने की आदत हुई 

कैसे बतलाऊं तुमने किया क्या असर 
मुस्कुराकर जो देखा मुझे इक नज़र 
सारी  दुनिया के चेहरे लगे अजनबी
तुझसे मिलके जो हमको मसर्रत हुई  (मसर्रत -ख़ुशी )

हमनशीं तुम हुये ,तुम  हमारे हुये 
तेरे दिन रात के हम सहारे हुये 
लग गई प्यार को जाने किसकी नज़र 
तेरे दिल से सनम कम ये चाहत हुई 

हर मोहबब्त  का अंजाम होता यही 
प्यार की दास्ताँ बस अधूरी रही 
खुश रहो तुम सदा, है ये दिल की सदा 
फिर मिलेंगे, अगर पूरी हसरत हुई 

Sunil _Telang /16/02/2013






SIRF BAATEN


सिर्फ  बातें 

सिर्फ  बातों  से  ना  उम्मीदें   जगायें 
कोई छोटा काम खुद भी कर दिखायें 

दूसरों की ग़लतियों को खोजना क्या
अपनी सूरत को  भी आईना दिखायें 

उलझनों  में  फिर  कभी ना  हम फँसेंगे 
बोलने   से   गर   ज़्यादा    सुनते  जायें  

हर किसी  में  अपने  जैसी  खूबियाँ  हैं 
सिर्फ "मैं" से एक दिन बाहर तो आयें 

जीत  से  तेरी   कोई   गर  ग़मज़दा  है 
उसकी खुशियों के लिए दिल हांर जायें 

मंजिलों  की चाह  है तुझको अगर तो 
रास्ते  अपने  लिये  खुद   हम   बनायें 

वक़्त  थोडा  दूसरों  के  नाम  लिख दें 
मरते  मरते नाम अपना  करते जायें 

Sirf baaton se na ummeeden jagayen
Koi chhota kaam khud bhi kar dikhayen

Doosron ki galtiyon ko khojna kya
Apni soorat ko bhi aaina dikhayen

Uljhano me fir kabhi na hum fansenge
Bolne se gar zyada sunte jaayen

Har kisi me apne jaisi khoobiyan hain
Sirf "Main" se ek din baahar to aayen

Jeet se teri koi gar gamzadaa hai
Uski khushiyon ke liye dil haar jaayen

Manzilon ki chaah hai tujhko agar to
Raaste apne liye hum khud banayen

Waqt thoda doosron ke naam likh den
Marte marte naam apna karte jaayen

Sunil _Telang /16/02/2013






Friday, February 15, 2013

ARE YOU HAPPY



ARE YOU HAPPY

Door tum mujhse huye, Par khush kabhi na ho sake 
Mujh  ko dekar  dard, khud bhi, Chain se na so sake 
Muskuraate    the  zamane    Ki   nazar   ke   saamne 
Kaun  tha  jis se kabhi,  Mil   ke  gale    tum    ro  sake 

दूर  तुम  मुझसे  हुये ,   पर खुश  कभी ना हो सके 
मुझ  को  देकर  दर्द, खुद  भी, चैन  से  ना सो सके 
मुस्कुराते   थे  ज़माने    की   नज़र   के    सामने 
कौन था, जिस से कभी, मिल के गले,तुम रो सके 

Sunil_Telang/15/02/2013



















Thursday, February 14, 2013

TIKDAM




तिकड़म 

फिर आया  इक  नया  घोटाला,  कैसे सबका ध्यान हटायें 
जात -धरम  के  मुद्दे  छूटे,अब कुछ तिकड़म नयी जमायें 

जैसे   तैसे   सबने   मिल  के,  घोटालों   से   ध्यान   हटाया 
किस किस को मैनेज किया,दुश्मन को अपना दोस्त बनाया 
सोचा  था  अगले  चुनाव  में,  कुछ  कलंक  हम  धोकर जायें 

हुई  है  जनता  समझदार अब,  आती नहीं किसी बातों में 
हुये   विपक्षी  लामबंद  सब , नहीं  मीडिया अब  हाथों  में 
चलो अब किसी  सच्चरित्र  व्यक्ति  पर कुछ आरोप लगायें 

समय  बचाने  की  खातिर  हेलीकाप्टर  की   डील  कराई 
अपनी  ऊंची  थी  उड़ान,  फिर कहाँ  की  ये  एजेंसी  आई 
छोड़ विदेशी बातों को ,  हम  अपनी  खुद ही जांच बिठायें 

संविधान   पर   हमें   भरोसा   है   पूरा ,  हमने   जतलाया 
पैंसठ  सालों   में  इसने  हम  सबको   बस  निर्दोष बताया 
हम तो  चुने  हुये  प्रतिनिधि  हैं,  झूठी  बातों  में  ना  आयें 

Sunil _Telang /14/02/13








VALENTINE DAY


वैलेंटाइन डे 

जब  किया आग़ाज़  तो  अंजाम  भी  पहचान ले 
एक  दिन  परिणति यही होगी हकीकत जान ले 
प्यार  में  तू   डूबकर,  इतना ना  खो जाये  कहीं 
Day ये Valentine,Childrens Day ना हो जाये कहीं 

Sunil _Telang 


Wednesday, February 13, 2013

DHARM PATNI


                                                    (To All our Indian Married Valentiners)
धर्मपत्नी 

घर में  हो झगड़ा तो गुस्सा भूल जाओ 
श्रीमती जी  को  ज़रा  जल्दी   मनाओ 

चाहे ग़लती हो या ना हो  मान लो तुम 
जीत ना  पाओगे उस से जान लो तुम 
भूल कर उस पर कभी ना हक जताओ  

हर जन्मदिन पर उसे तोहफा दिलाना 
भूल कर भी ना जन्मदिन भूल  जाना 
शाम को अच्छा डिनर उसको कराओ  

हो  गिला  शिकवा कोई तो भूल जाना 
घर में  रहकर रॉब ना उस पर ज़माना
वो भी है इन्सान  ये  मत  भूल  जाओ  

धर्मपत्नी   से   रहेगी   शोभा   घर   की  
नारियां  अर्धांगिनी   होतीं   हैं  नर की 
प्यार बांटो  ,छोडो झगड़ा , मुस्कुराओ 

Sunil _Telang /14/02/2013

















Tuesday, February 12, 2013

PATAN



पतन 

आदमी  का कहाँ तक, हुआ  है पतन 
उसका बस जो चले, बेच  डाले वतन 

भूल   बैठा   है   इंसान  अपना  करम 
सिर्फ  पैसा  बना  आज उसका धरम 
बेच कर अपना ईमां, कमाता  है धन 

अब तो  क़ानून का भी कोई  डर नहीं 
भ्रष्ट लोगों का गठजोड़  है  हर  कहीं 
बच ना पाये कोई लाख कर ले  जतन 

कलयुगी दौर  में  सद्पुरुष  अब  कहाँ 
जो   बचे   हैं  उन्हें   काटता  ये   जहां 
काम करते हैं वो मार कर अपना मन 

बैठ  जाना  नहीं, यूँ  ही  थक  हार कर 
आज  लड़ना  ज़रूरी  है  हो  के  निडर 
रख  यकीं , देश फिर से बनेगा चमन 

Sunil _Telang /12/02/2013










Monday, February 11, 2013

TUMHARE LIYE


TUMHARE LIYE

Dard hai , Bebasi hai, Humare liye
Meri har ik khushi hai tumhare liye

Naam jiska subah shaam honthon pe tha
Aaj wo ajnabee hai tumhare liye

Kabhi tasweer teri , Kabhi maikashi
Kitne jeene ke maine sahare liye

Door rah rah ke tadpo na meri tarah
Ek khwahish yahi hai tumhare liye

Lab ye kuchh bhi kahen par hakikat hai ye
Chhah ab bhi hai dil me tumhare liye

Roz lagta hai ye Tum  miloge kabhi
Saans ye chal rahi hai tumhare liye

Sunil _Telang /11/02/2013

तुम्हारे लिये 


दर्द   है,    बेबसी   है ,  हमारे   लिये 
मेरी  हर  इक ख़ुशी  है तुम्हारे लिये 

नाम जिसका सुबह शाम होठों पे था  
आज  वो  अजनबी  है  तुम्हारे लिये 

कभी  तस्वीर  तेरी,  कभी मयकशी 
कितने  जीने   के  मैंने  सहारे  लिये 

दूर  रह  रह  के तड़पो ना मेरी तरह  
एक ख्वाहिश  यही  है तुम्हारे लिये 

लब ये कुछ भी कहें पर हकीकत है ये 
चाह अब  भी  है दिल में तुम्हारे लिये 

रोज़ लगता है  ये  तुम  मिलोगे  कभी 
सांस  ये  चल  रही   है  तुम्हारे  लिये 

Sunil _Telang /11/02/2013




SHRADDHA SUMAN

(A Tribute to Allahabad Kumbha Tragedy Victims)

श्रद्धा   सुमन

हादसा  समझें   इसे  या  थी   नियति  परमात्मा   की 
लुट गयी दुनिया किसी की, अब रहा कुछ भी न बाकी 
देश   है  ग़मगीन, ये   श्रद्धा   सुमन  करते  है  अर्पित  
जो   हैं   गुज़रे ,  शान्ति  हो  जाये  उनकी  आत्मा  की 

Sunil _Telang /11/02/2013

Sunday, February 10, 2013

RUSBAAI


RUSBAAI

Tumko thi shaayad zamane ki fikar 
Humko bhi tha teri rusbaai ka dar
Raaste humne badal daale, magar 
Yaad tum aate rahe har mod par

Sunil_Telang


तुमको थी शायद ज़माने की फिकर 
हमको  भी  था  तेरी रुसबाई का डर 
रास्ते   हमने   बदल    डाले    मगर 
याद  तुम  आते  रहे   हर  मोड़   पर 

Sunil _Telang 










Saturday, February 9, 2013

FAANSI



FAANSI 

Is kadar chupchap faansi aapko pachti nahin
Ho agar sare aam, to bhi baat ye janchti nahi 
Kya hua, Kaise hua, Sarkaar par ye chhodiye
Ek daanav kam hua, Chaliye pataakhe fodiye

इस कदर चुपचाप फांसी आपको पचती नहीं 
हो अगर सरे आम ,तो भी बात ये जंचती नहीं 
क्या हुआ, कैसे हुआ, सरकार  पर ये छोडिये 
एक दानव कम हुआ, चलिये  पटाखे फ़ोडिये 

Sunil_Telang/09/02/2013

Friday, February 8, 2013

KYA KHATA THI




Jaane kitne log hain,Apno ke thukraye huye
Jo bhatakte hain sadak par , Haath failaye huye

क्या खता थी 

जाने कितने लोग हैं अपनों के ठुकराये हुये 
जो भटकते हैं सड़क पर हाथ फैलाये हुये 
सबके होते हुये भी इनका कोई अपना नहीं 
कलयुगी संतानों की हैं चोट ये खाये  हुये  

क्या खता थी हो गया इनका पराया अपना घर 
बोझ बन बैठे ये कैसे अपनी ही औलाद पर 
जाने कोई पालने में रह गई थी कुछ  कसर
या नयी तहजीब रखती थी तरस खाये हुये   

पेड़ कितना भी पुराना हो मगर छाया तो देगा 
जब मुसीबत आयेगी इनका तुझे साया मिलेगा 
ये कोई सामां नहीं जिनको सड़क पर फेंक दें 
कैसे तू जी पायेगा इनको यूँ बिसराये  हुये 

याद रख है हैसियत तेरी, तेरे माँ बाप से 
ले के तू उनकी दुआयें,  दूर है संताप से 
एक दिन ऐसा न आये जब बुढापा हो तेरा 
तेरी औलादें तुझे  भी रक्खें  तरसाये  हुये 

Sunil_Telang/08/02/2013





SHIKAAYAT


शिकायत 

क्या किसी से अब शिकायत हम करें 
पहले   अपनी  ठीक  आदत हम  करें 

एक   दिन खुद पे  भी  होना  है असर 
दूसरों  पे   जो   शरारत    हम    करें 

चाह है सम्मान  की  दुनिया  में, तो 
पहले लोगों  से  मोहब्बत  हम  करें 

तेरा   मेरा  करते   गुजरी  ज़िन्दगी 
अब खुदा की  कुछ  इबादत हम करें

क्या  करेंगे  इतनी  दौलत  का यहाँ 
कुछ  ग़रीबों  पर  इनायत  हम  करें

वक़्त  मुश्किल है संभल जायें सभी  
देश की मिलकर हिफाज़त हम करें

Sunil_Telang/08/02/2013

SHIKAAYAT

Kya kisi se ab Shikaayat hum karen
Pahle apni theek Aadat hum karen 

Ek din khud par bhi Hona hai asar
Doosron par jo Shararat hum karen

Chaah hai samman ki Duniya me to 
Pahle logon se Mohabaat hum karen

Tera   mera    karte    Guzri    zindagi
Ab khuda ki kuchh Ibaadat hum karen

Kya karenge  itni  Daulat  ka   yahaan 
Kuchh garibon par Inaayat hum karen

Waqt mushkil hai Sambhal jaayen sabhi
Desh ki milkar Hifaazat hum karen

Sunil_Telang