नेमत
ज़िन्दगी को जियो ज़िन्दगी के लिये
मुस्कुराओ किसी की ख़ुशी के लिये
ज़िन्दगी ख्वाब भी है हकीकत भी है
एक नेमत है ये आदमी के लिये
किसलिये खुद से इतना परेशान है
ग़म की बारिश तो होती सभी के लिये
वक़्त कैसा भी हो हौसला रख सदा
ज़ीस्त तेरी नहीं ख़ुदकुशी के लिये
दूसरों से अलग अपनी पहचान कर
तू बने इक मसल हर किसी के लिये
(नेमत -Blessing, Boon,ज़ीस्त-Life, मसल-Example)
Sunil_Telang/22/09/2013
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