CHINGARI
चिंगारी
सितम होते रहेंगे जब तलक खामोश हम होंगे
घरों में बैठने से हादसे ऐसे ना कम होंगे
ज़लायेगी तेरा दामन भी ज़ुल्मत की ये चिंगारी
निशाने पर कभी इन्सां, कभी दैर-ओ-हरम होंगे
Sunil _Telang /09/09/2013
ज़ुल्मत- (पीड़ा ) ,
दैर-ओ- हरम (पूजा स्थल )
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