जज़्बा
मुझे खामोश करने से ज़माना चुप ना बैठेगा
लहू का एक एक कतरा जहां में रंग भर देगा
ये चिंगारी उठी है आसमां में देख ले दुनिया
ये कुर्बानी का जज़्बा फिर चमन गुलज़ार कर देगा
Sunil_Telang/01/09/2013
मुझे खामोश करने से ज़माना चुप ना बैठेगा
लहू का एक एक कतरा जहां में रंग भर देगा
ये चिंगारी उठी है आसमां में देख ले दुनिया
ये कुर्बानी का जज़्बा फिर चमन गुलज़ार कर देगा
Sunil_Telang/01/09/2013
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