Wednesday, November 13, 2013

BAAJIGAR



बाजीगर

क्या   हुआ  हमसे  खफा  वो इस कदर होने लगे 
आम जनता   के   ये   मुद्दे   दर्दे - सर  होने लगे 

हमने बस इतना ही पूछा क्या किया इतने बरस
आंकड़ों  के   खेल   के   वो   बाजीगर  होने  लगे 


दल  बदल कर आ ज फिर उतरे हैं  वो मैदान में
फिर किसी  घोटाले का ना अब ज़िकर होने लगे

कुछ  नये  मुद्दे  भी  शामिल  घोषणा-पत्रों  में है
लूट    भ्रष्टाचार   तो   अब   बे-असर  होने  लगे

सामने   जब  पार्टियों   की  हक़ीक़त  खुल  गई
उनके   तीरों   के  निशाने "आप"  पर होने लगे 


Sunil_Telang/09/11/2013

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