किस लिये शिक्षित हुये ये बेकदर
फिर रहे हैं यूँ भटकते दर बदर
संस्कृति अपनी जो अपनाते यहाँ
बन गये हैं बोझ क्या इस देश पर
अपनी भाषा का सहें अपमान क्यों
हर जगह अंग्रेज़ियत का मान क्यों
हास का है पात्र राष्ट्र गान क्यों
क्या नहीं सरकार को इसकी खबर
कुछ नये बदलाव जल्दी लाइये
नौनिहालों को ना अब भटकाइये
अपना भारत ना बनाओ इंडिया
बाँट ना दे हम को ये मीठा ज़हर
Sunil_Telang/31/07/2014