Thursday, July 11, 2013

UJLI RAAT




UJLI RAAT

चल  मुकद्दर  से  ज़रा   दो   हाथ   कर   लें 
अपनी  किस्मत  आज अपने साथ कर लें  

मुश्किलों  का   हँसते   हँसते   सामना  हो   
जोश   में    डूबे    हुये   ख्यालात   कर   लें  

ज़िन्दगी  गैरों   के   दम  पर  क्यों   गुजारें 
अपने  वश  में  अपने  सब हालात  कर लें 

आ  गया  है फिर सुअवसर,  खो   ना  देना 
AAP और हम मिल के उजली रात कर लें  

Sunil_Telang/10/07/2013

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