UJLI RAAT
चल मुकद्दर से ज़रा दो हाथ कर लें
अपनी किस्मत आज अपने साथ कर लें
मुश्किलों का हँसते हँसते सामना हो
जोश में डूबे हुये ख्यालात कर लें
ज़िन्दगी गैरों के दम पर क्यों गुजारें
अपने वश में अपने सब हालात कर लें
आ गया है फिर सुअवसर, खो ना देना
AAP और हम मिल के उजली रात कर लें
Sunil_Telang/10/07/2013
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