नेमत
खुद से ही शिकवा गिला कोई समझदारी नहीं
ज़िन्दगी नेमत समझिये कोई लाचारी नहीं
जो भी तेरे पास है वो कम नहीं ये जान ले
तुझमें भी है ख़ास कुछ ये बात भी अब मान ले
अपनी किस्मत खुद बनाना कोई बेगारी नहीं
लोग तो हँसते रहेंगे चाहे तू कुछ भी करे
सत्य की जो राह पकडे वो किसी से क्यूँ डरे
कुछ नहीं वो पायेगा जिस पर जुनूं तारी नहीं
सारी दुनिया से अलग तू काम का अंदाज रख
हो जनम तेरा सफल तू दूध की कुछ लाज रख
बोझ बन कर जो जिये जीने का अधिकारी नहीं
Sunil_Telang/16/02/2014
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