Saturday, May 31, 2014

KHUSH RAHIYE


खुश रहिये

मसर्रत  के दिनों  को  याद  करिये  और  खुश  रहिये
कोई उजड़ा सा  घर आबाद करिये  और  खुश  रहिये

रुलाते  हैं  तुझे  जो , उन पलों  को  याद  करना क्या 
ग़मों  से  ज़िन्दगी  आज़ाद  करिये  और खुश  रहिये

ये  धन  दौलत ,महल के ख्वाब तुझको  चैन ना  देंगे 
मोहब्बत से जहां  दिलशाद करिये   और खुश  रहिये

सफल अपना जनम कर ले किसी का दर्द अपना कर 
किसी  के दिल में बन के याद रहिये  और खुश रहिये

(मसर्रत -Happiness,  दिलशाद - cheerful)

Sunil_Telang/31/05/2014

Friday, May 30, 2014

DEEWAANGI





दीवानगी

गुज़रते  जा  रहे  हैं  दिन,  नहीं  उनकी   खबर   कोई 
मेरी कम-ख्वाब रातों का , नहीं  उन  पर असर कोई 

कहां पर छुप गए हो तुम,  हुआ  दीदार  भी मुश्किल 

नहीं   छोड़ा , तेरी   खातिर , गली,  कूचा, शहर  कोई 

जतन  कितने  किये  बेचैन  दिल  को  चैन  ना आया   

मऱीज़े - इश्क़   को  मिलता  नहीं    है  चारागर  कोई 

सुना   है  जी   रहे   हो  आज  भी  तन्हाइयों   में  तुम

परेशां  तुमको  भी   करता  है  शायद  रात  भर कोई 

हज़ारों   बंदिशें    हैं   फिर   भी    है  दीवानगी  बाक़ी    

ज़माने   के   चलन   कैसे   निभाये   उम्र   भर   कोई   

(कम-ख्वाब -Sleepless, चारागर-Doctor

Sunil_Telang/30/05/2014

Thursday, May 29, 2014

GYAAN AGYAAN


ज्ञान अज्ञान 

कौन शिक्षित है यहां  और कौन अज्ञानी यहां
छोड़िये  पहले  भी   हैं  कितनी  परेशानी यहां 

क्या मिलेगा इस बहस से सोचकर तो देखिये 
बुद्धिजीवी  कर  रहे  हैं  कितनी  नादानी  यहां 

हो  अगर नीयत सही तो  है दवा  हर मर्ज़  की 
क्या ग़लत साबित नहीं पहले  हुये ज्ञानी यहां 

दाग तो दामन में  तेरे भी यहां कुछ कम  नहीं 
फिर भी  अपनी सूरतें  तूने  ना  पहचानी यहां 

इस  कदर  इतराइये  ना  वक़्त  का  ये  फेर है 
चार दिन की ज़िन्दगी है हर खुशी फानी यहां 

Sunil_Telang/29/05/2014



Tuesday, May 27, 2014

HUNAR


हुनर

मुबारक हो तुम्हें ऊंचे महल हमको तो  घर दे दो 
जहाँ  इंसान  को  इंसान समझें,  वो  शहर  दे  दो 

रहे अब ना कोई भूखा, बदन ढंक जाये कपड़ों से 
चलें जिस राह  पर निर्भय कोई ऐसी डगर  दे दो

सुना है कह  रहे  हैं लोग  अच्छे  दिन  भी आयेंगे 
हकीकत  बन  सके, तरक़ीब कोई  कारगर  दे दो 

कटेगी ज़िन्दगी हँसते, रखे जिस हाल में  भी  तू 
ग़मों  में  मुस्कुराते  रहने  का  कोई  हुनर  दे  दो 

Sunil_Telang/27/05/2014



Friday, May 23, 2014

THANK YOU



Thank  You 

रोज़ आती  थी सुबह पर आज की क्या बात है 
रंग  में  डूबा  हुआ   दिन  और  उजली  रात  है 
आपकी  शुभकामनायें  दिल  को  मेरे  छू  गईं 
ज़िन्दगी  सबसे  बड़ी  लगने  लगी  सौगात है 

Sunil_Telang/23/05/2014








MODI RAAJ



मोदी राज 

लोग  सच  कहते  हैं  यारो 
घोर    कलयुग   आ   गया  
लोभ  और लालच में फंस
के    आदमी    बौरा   गया  

रह      गयी      ईमानदारों 
की   जगह   अब   जेल  में 
लेने   देने   का  चलन अब 
हर   किसी   को  भा  गया  

तुम  हो  इक आम आदमी
बस अपनी  ही हद में  रहो 
अपने   हक़   को   मांगना 
तुमको  कहाँ  से  आ  गया 

वक़्त    बदला    है    अभी 
दो  चार दिन तो सब्र  रख
क्या  नहीं     तुमने   सुना 
अब  राज  मोदी  आ  गया  

Sunil_Telang/23/05/2014

Tuesday, May 20, 2014

SONE KI CHIDIYA


सोने की चिड़िया 

बड़ी   उम्मीद   है  तुमसे, सभी  को  आसरा  देना  
कहा  तुमने जो  लफ़्ज़ों में, सही कर के दिखा देना 

कठिन  है  रास्ता, भय  और चिन्ता  का  बसेरा है 

उजाले  की  किरन  बन कर, अंधेरों को मिटा देना 

अभी   भी  भूख, लाचारी, ग़रीबी  में  घिरा  इन्सां  

न   कोई  बेसहारा  अब  हो, ज़ख्मों  की दवा देना 

न कर पाये वतन  की अस्मिता पर चोट अब कोई 

नज़र  नापाक जो  डाले, सबक उनको सिखा  देना 

लुटी  है सम्पदा  इस  देश  की अपने  ही  हाथों से 

ये अपना देश तुम सोने की फिर चिड़िया बना देना 

Sunil_Telang/20/05/2014




Sunday, May 18, 2014

DOSTI


दोस्ती

मिला  कर    हाथ    खुद   से 
दोस्ती  इक  बार  कर  ले तू 
ग़मों     को     छोड़    अपनी 
ज़िन्दगी से प्यार कर  ले तू 

नहीं  इन  हसरतों   का  अंत 

कोई ,  क्या    गिला   करना 
जो हँस के मिल रहा तुझको 
उसे   स्वीकार   कर   ले   तू 

बहुत   खुशरंग  अन्धेरों   में 

लिपटे     हैं      उजाले     भी  
भटक जाये  ना, अपने आप
पर    अधिकार   कर  ले  तू 

सुकूं  दिल को मिलेगा दूसरों  
का       दर्द      अपना     कर 
मज़ा भी जीत का दुनिया में 
पहले    हार     कर    ले    तू 

Sunil_Telang/17/05/2014


Saturday, May 17, 2014

JAWAANI



जवानी 

मैच  अच्छा  खेल कर  भी  गोल हम ना कर सके 
ज़ख्म ताज़ा  है मगर ऐसा  नहीं  जो न  भर सके

तुमने  हथियारों  के  दम  पर  ये  लड़ाई जीत ली 

हम महज दिल जीतने का काम ही बस कर सके 

दो   घड़ी   को    आज   ठहरा   है   हमारा  कारवां

रास्ते   की  मुश्किलों   से  काफिले  ना  डर  सके  

इम्तिहां  देने   से  पहले  मंज़िलें  किसको  मिलीं    
है  जवानी  बस  वही  इस  देश  पर  जो  मर सके  

Sunil _Telang/17/05/2014

  


Tuesday, May 13, 2014

REHNUMAAI



रहनुमाई

तू अपने ग़म से  ना  घबरा 
ज़माने   में   बहुत  ग़म  हैं 
जियो  ये   ज़िन्दगी  हँसते  
यहां  खुशियाँ  ज़रा  कम हैं 

मुसीबत में  जो  काम आये 

वही  है   बस   तेरा  अपना 
किसी की चाह मे फ़िर क्यों 
अभी  आँखें   तेरी   नम  हैँ 

ये   ताजो-तख़्त,  ये दौलत

किसी  के  काम  ना  आयी 
तेरे   दो   मीठे    बोलों   मे 
सभी  ज़ख्मों के  मरहम  हैं 

नहीं  जिसका कोई उस पर 

खुदा    की    रहनुमाई    है  
उसी  के  नूर  से  दुनिया में 
ये   दिन   रात  कायम   हैं 

Sunil_Telang/13/05/2014

Saturday, May 3, 2014

TOOFAAN



तूफ़ान

लोग    हैरान    परेशान     यहां     रहते      हैं 
कैसे    माहौल   मे    इन्सान   यहां   रहते  हैँ

उजड़   गया   है   चमन   बागबान   सोया   हैं 

लोग   कहते   थे   निगहबान  यहाँ   रहते   हैं 

कभी अपना था वतन लोग भी अपने थे यहॉं  
आजकल   सिर्फ़    हुकुमरान   यहॉं   रहते  हैँ 

फैसले   रोज़    हुये,  न्याय  मगर होता  नहीं  
संविधानों   के     कदरदान   यहां    रहते    हैं

हो  गया सर्द लहू  सब का,जुबां  खुलती  नहीं  
लोग  दिल   में   लिये   तूफ़ान  यहां  रहते  हैँ 

Sunil_Telang/03/05/2014







Friday, May 2, 2014

SAHAR


सहर

किया  क्या  है वतन के  वास्ते,  ये  सोच  कर  देखो 
जो लड़ते  हैं तेरी खातिर, उन्हें भी  इक  नज़र देखो 

हमें  आदत   पड़ी   है  ज़ुल्म,  अत्याचार  सहने  की
निकम्मापन  हुआ  हावी, हर इक इन्सान पर देखो 

फकत  उंगली   उठाना  दूसरोँ   पर   है  बहुत  आसां 
तेरे  दामन  में  भी तो  दाग  हैं ,  इतना  मगर  देखो 

समझता क्या है तू खुद को,तुझे किस बात का है डर  
ज़रा  पहचान,  तुझमे   भी   कोईं  होगा   हुनर  देखो 

अगर  हो  राह सच्ची तो  मिलेगी  एक दिन मंज़िल     
अंधेरों  से  निकल,  होने  को   है  उजली  सहर  देखो 

Sunil_Telang/02/05/2014