अलविदा सचिन
आयेंगे कितने खिलाड़ी, जायेंगे हो के विदा
पर सचिन तेरा कोई सानी नहीं तेरे सिवा
इक नये युग की हुई शुरुआत सबके देखते
रच दिये कितने नये इतिहास हँसते खेलते
तेरे आगे चाँद सूरज का भी कद बौना हुआ
अश्रुपूरित नयनों से दी है विदाई देश ने
तेरे कारण नाम शोहरत आज पाई देश ने
मानता आदर्श तुझ को देश का हर नौजवां
Sunil_Telang/16/11/2013

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