दर्द
दर्द को अपनाइये, अपने हों, चाहे हों पराये
हो गये हैं गुमशुदा, यूँ तो हज़ारों लोग आये
सिर्फ अपने वास्ते, जीते रहे तो क्या जिये
आदमी तो है वही, जो दूसरों के काम आये
Sunil_Telang/04/09/2014
दर्द को अपनाइये, अपने हों, चाहे हों पराये
हो गये हैं गुमशुदा, यूँ तो हज़ारों लोग आये
सिर्फ अपने वास्ते, जीते रहे तो क्या जिये
आदमी तो है वही, जो दूसरों के काम आये
Sunil_Telang/04/09/2014
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