AJNABEE
कोई शिकवा गिला, मुझको नहीं इस ज़िन्दगी से
मिला जो भी मुझे, अपना लिया मैंने ख़ुशी से
सदा मिलती रहें माँ बाप की हमको दुआयें
कोई रंज़िश ना रखें, बैर ना हो अब किसी से
भलाई मैं न कर पाऊं, बुरा मुझसे नहीं होता
खफा अक्सर रहा करता हूँ अपनी बेबसी से
कोई हिन्दू हो या मुस्लिम, है वो इंसान पहले
मोहब्बत जोड़ती है आदमी को आदमी से
किसी के दिल में रह जायें, हमेशा याद बन कर
खता ऐसी ना हो जाये, मिलें हम अजनबी से
Sunil _Telang/13/10/2018
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