TERA CHEHRA
TERA CHEHRA
कुछ अलग ख़ास है तेरा चेहरा
शोख एहसास है तेरा चेहरा
दूर है तू मगर मैं तन्हा नहीं
हर घडी पास है तेरा चेहरा
तेरी फुरकत में जलते तन के लिये
सर्द मधुमास है तेरा चेहरा
इश्क में चारागर नहीं कोई
इक अमलतास है तेरा चेहरा
क्या तुझे मेरी याद आई है
आज क्यों उदास है तेरा चेहरा
Sunil_Telang/07/11/2015
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