YAKEEN
होते नहीं उदास अगर कुछ बुरा हुआ
है कौन वो इंसान जो ना ग़मज़दा हुआ
किस्मत में जो लिखा है वही हो के रहेगा
खुद से तू बेवज़ह खफा क्यों बारहा हुआ
किसको सुना रहा है तू दास्ताने-ग़म
मुश्किल में कब किसी का कोई दूसरा हुआ
खुशियाँ तुझे मिलेंगीं तू रोक ना कदम
रस्ते में रुक गया जो वो ग़ुम शुदा हुआ
बदलेगा तेरा वक़्त भी खुद पर यकीन रख
पत्थर भी एक रोज़ किसी का खुदा हुआ
(ग़मज़दा-Grieved , बारहा - Often )
Sunil _Telang/07/12/2014
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