Sunday, May 28, 2023




JAN KI BAAT

डिगरियों से मान क्या, सम्मान  क्या 
जब सही और ग़लत की पहचान ना हो  

दूसरों का दर्द वो समझेगा क्या 
आदमी हो कर भी जो  इन्सान  ना हो 

वो चलो झूठा , फरेबी  ही  सही 
तू हकीकत जान ले, अनजान ना हो 

हर किसी के दिल पे डालेगी असर 
बात जन की बात हो, फरमान ना हो 

दूर कर खारों को, अब तू गुल खिला 
ये चमन  महका  रहे, वीरान ना हो 

Sunil_Telang/ 28/05/2023

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