ये कभी सोचा है क्या ....
चार दिन की ज़िंदगानी
हर ख़ुशी हर शै है फ़ानी
साथ लेकर जायेंगे क्या
चार दिन की ज़िंदगानी
हर ख़ुशी हर शै है फ़ानी
साथ लेकर जायेंगे क्या
ये कभी सोचा है क्या ....
इक तरफ ये शानो-शौकत
और कहीं है भूख, ग़ुरबत
कल के दिन हम खायेंगे क्या
ये कभी सोचा है क्या ....
ये युवा पीढ़ी हमारी
भूल उठी तहज़ीब सारी
उनको देकर जायेंगे क्या
इक तरफ ये शानो-शौकत
और कहीं है भूख, ग़ुरबत
कल के दिन हम खायेंगे क्या
ये कभी सोचा है क्या ....
ये युवा पीढ़ी हमारी
भूल उठी तहज़ीब सारी
उनको देकर जायेंगे क्या
ये कभी सोचा है क्या ....
हो गये हिन्दू मुसलमां
भूल बैठे हम हैं इन्सां
लड़ के हम सब पायेंगे क्या
ये कभी सोचा है क्या ....
Sunil_Telang/03/03/2020
हो गये हिन्दू मुसलमां
भूल बैठे हम हैं इन्सां
लड़ के हम सब पायेंगे क्या
ये कभी सोचा है क्या ....
Sunil_Telang/03/03/2020
No comments:
Post a Comment