Wednesday, September 2, 2020

TAKHT NASHEEN




TAKHT NASHEEN


तुम  सितम और  बढ़ाओ,  असर  नहीं  होता  

दर्द   महसूस   तो   होता   है,  पर  नहीं   होता 


नाख़ुदा   बन के वो,  तूफ़ान  में   ले  आया   है         (नाख़ुदा - Sailor )

हर  किसी  शख्स में  ऐसा, हुनर  नहीं   होता  


उसके चेहरे पे शिकन का कोई निशान  नहीं 

इस  कदर  भी  कोई  पत्थर जिगर नहीं  होता 


जीत   ले   सारे  ज़माने   को   तू  मोहब्बत  से 

नफरतों   से    बड़ा   कोई  ज़हर  नहीं  होता 


याद  रख  वक़्त   ही सबसे  बड़ा  सिकंदर  है 

कोई   भी  तख्तनशीं,   उम्र  भर  नहीं   होता      (तख्तनशीं - Ruler )


Sunil_Telang/02/09/2020


    



  

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