SAZAA
गली नुक्कड़ पे हो हल्ला, ये आखिर मामला क्या है
सभी को याद आई देशभक्ति, ये बला क्या है
वफादारी हुई कायम फकत नारे लगाने से
समझ पाता नहीं कोई बुरा क्या है, भला क्या है
किसी का घर जला, तो कोई जां से हाथ धो बैठा
न गुज़रे जब तलक खुद पे तो तेरा वास्ता क्या है
भटकते हैं यहाँ कितने, सुने उनकी सदा कोई
अगर मिलता नहीं न्याय, तो फिर ये फैसला क्या है
वतन ये घिर गया अपना फकत फिरकापरस्तों से
न दे पाये सज़ा इनको तो फिर ये हौसला क्या है
Sunil_Telang/30/07/2019
SUNAHLE KHWAAB
खूबसूरत रास्ते भी हैं बहुत मंज़िल से पहले
कुछ मगर तू राह की दुश्वारियों का दर्द सह ले
पायेगा क्या अपना दुखड़ा दूसरों को तू सूना कर
अपने दिल से बात कर, जो भी तुझे कहना है कह ले
हर निराशा में छुपी बैठी है आशा , ये समझ ले
लब पे रख मुस्कान तू आंसुओं के दरिया में बह ले
जो हुआ अच्छा हुआ, आगे जो होगा ठीक होगा
अपने सर पर बोझ गुज़रे वक़्त का ना बेवजह ले
ज़िन्दगी का फलसफा है, हर ख़ुशी के साथ ग़म भी
अपनी आँखों में हमेशा ख्वाब तू रखना सुनहले
Sunil _Telang/09/07/2019