BAANKPAN
किसलिए इतना गुमां है अपने तन पर
चल फ़िदा हो जायें हम अपने वतन पर
आये खाली हाथ क्या जायेंगे ले कर
तू बचा ले जां किसी की रक्त दे कर
नाम लिख जाये तेरा धरती गगन पर
काम आ जाये किसी के ये जवानी
बेवजह बन जाये ना ये खून पानी
इक नया इतिहास लिख दें हम चमन पर
बंदगी होगी, किसी के काम आयें
काम है ये नेक तू ले ले दुआयें
होंगे सब कुर्बान तेरे बांकपन पर
Sunil _Telang /26/12/2018
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