Wednesday, May 16, 2018

KISMAT


KISMAT

हादसों   का  क्या  करें,  होते   रहेंगे
जिनकी किस्मत है बुरी,  रोते  रहेंगे 

हो  भला, उनमें   कोई  अपना न था  

दे तसल्ली  दिल को  हम सोते रहेंगे 

लीजिये टीवी पे  किरकिट का मज़ा

कब तलक लोगों का ग़म ढोते रहेंगे 

फ़िक्र कुर्सी की किसी को जान की 

वो  ही  काटेंगे  जो  हम  बोते  रहेंगे 

वक़्त  है  पर्दा   हटा   लें   आँख  से 

रोयेंगे    ताउम्र,   गर    सोते   रहेंगे 

Sunil _Telang /16/05/2018  




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