DHAMAAL
DHAMAAL
रोज़ जीना मुहाल करते हैं
लोग फिर भी कमाल करते हैं
मूल मुद्दों पे मुंह नहीं खुलता
दूसरों से सवाल करते हैं
सीख देते हैं वो अमन की हमें
जो ज़मीं खूं से लाल करते हैं
रोज़ी रोटी की बात कल करना
आज तो बस धमाल करते हैं
अपनी मस्ती में रोज़ मस्त रहो
आप फिर क्यों बवाल करते हैं
Sunil _Telang /18/06/2017
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