समझा कीजिये
ज़िक्र अब घोटालों का ना कीजिये
दिल ज़रा किरकिट से बहला लीजिये
ये खबर फिक्सिंग की है जब से आई
व्यस्त है अपनी पुलिस और सीबीआई
मामला गहरा है, समझा कीजिये
हो रही हमको युवाओं की फिकर भी
खुदकुशी कर लें ज़रा सी बात पर ही
कुछ "जिया"का ज़ख्म सहला दीजिये
मीडिया ने भी मनोरंजन किया है
एक पल ग़मगीन ना होने दिया है
और ख्वाहिश क्या है बतला दीजिये
लूट भ्रष्टाचार को रोयेंगे कब तक
आप की सेहत को हैं ये हानिकारक
फिर हमें इक बार मौका दीजिये
Sunil_Telang/06/06/2013

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