ऐ खुदा
ऐ खुदा, रहमत तेरी कुछ रंग लाये
इन दुआओं का असर खाली ना जाये
जंग कोई लड़ रहा है ज़िन्दगी की
हो रही है आज़माइश बंदगी की
तेरे दर पर हम खड़े हैं सर झुकाये
तू जो चाहे हर सदा खामोश कर दे
तू जो चाहे मुर्दा दिल में जोश भर दे
तू जो चाहे पत्थरों में जान आये
नेक वन्दों पर तेरा साया ज़रूरी
तू ही साईं ,तू ही दाता,तू सबूरी
नूर तेरा सारा आलम जगमगाये
Sunil _Telang /21/01/2013

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