आस पास
दूर रहकर भी तेरे पास हूँ मैं
तुझको मालूम है उदास हूँ मैं
रात दिन तेरे साथ रह्ता हूँ
एक मासूम सा एहसास हूँ मैं
चाहने वालों की कमी तो नहीं
फिर भी तेरे लिये कुछ ख़ास हूँ मैं
देखकर भी तुझे न देख सके
जो न बुझ पायेगी वो प्यास हूँ मैं
हो ज़रुरत तो याद कर लेना
हर समय तेरे आसपास हूँ मैं
मिल ना पाये तो फिर जनम लेंगे
जो ना पूरी हुई वो आस हूँ मैं
Sunil_Telang/17/11/2012

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