AASHAA
अक्लमंदों का तमाशा देखिये
हर तरफ छाई निराशा देखिये
ख्वाब टूटे अब हक़ीक़त खुल गई
आम जनता में हताशा देखिये
मुंह छुपाते लोग अब बनने लगे
पल में तोला,पल में माशा देखिये
लफ़्ज़ों में शालीनता की हद नहीं
सभ्य लोगों की ये भाषा देखिये
वक़्त फिर बदला,चलन बदलें ज़रा
सरफिरे लोगों में आशा देखिये
Sunil_Telang/09/11/2014

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