आह जाने कब असर लायेगी
सब्ज बागों से दिल को बहला ले
खुशनसीबी ना इधर आयेगी
अब तो हसरत की भी नहीं हसरत
हर खुशी आके मुकर जायेगी
चल भलाई में कुछ गुजार ले दिन
शख्सियत नाम तो कर जायेगी
सीख ले दर्द में जीने का मज़ा
ज़िंदगी तेरी संवर जायेगी
Sunil_Telang /03/09/2022