PAHCHAAN
कुछ तो अपनी भी इक पहचान रखिये
जो भी पाया उसका एहसान रखिये
तेरे आंसुओं को दुनिया ना समझेगी
दुःख में भी चेहरे पे मुस्कान रखिये
आना जाना सबका है रब के हाथों में
चिन्ता में दिल को ना हलकान रखिये
धन दौलत पा कर के खुद पे इतराना क्या
दुनिया है फानी इत्मीनान रखिये
जाने कब तेरी ये किस्मत रंग बदलेगी
दिल में कुछ सपने कुछ अरमान रखिये
Sunil_Telang/19/08/2017